Story of Islam in hindi|एक अल्लाह वाले और मां बच्चे का जबरदस्त किस्सा
आज का किस्सा शुरू करते हैं और आपको यह किस्सा पूरा पढ़ना है। थोड़ा सा भी मिस नहीं करना है। अगर आपने इसको मिस कर दिया तो आप बहुत कुछ मिस करने वाले हो। 

Aek Allah vale और मां बच्चे का किस्सा

किस्सा यह है कि एक अल्लाह वाले किसी रास्ते से जा रहे थे तो एक गली से उनका गुजर हुआ। उन्होंने देखा कि एक मां अपने बच्चे को मार रही है। उसको सजा दे रही है और मारते मारते वह इतने गुस्से में थी कि बच्चे को घर से बाहर निकाल दिया और कहां कि तू चला जा! मेरी नजरों के सामने से।और जोर से दरवाजा बंद कर लिया।


Bache ka rona|बच्चे का रोना और अल्लाह वाले का देखना

बच्चा कुछ देर रोता रहा। बिलबिलाता रहा। दरवाजा खटखटाता रहा। लेकिन मां गुस्से में थी। दरवाजा नहीं खोला। बच्चा ने बहुत देर तक इधर देखा। उधर देखा और रोता रहा। लेकिन दरवाजा तो बंद था। 

फिर बच्चा चलता हुआ एक गली के मोड़ पर गया। वहां पर गली पर जाकर भी चौंक में उसने इधर देखा। इधर देखा। उसको कुछ समझ भी नहीं आया। वह रोता रहा। थोड़ी देर के बाद वह थोड़ा और आगे बढ़ा।

यह अल्ला वाले फरमाते कि मैं उसका पीछा कर रहा था कि वह क्या करता है। तो बच्चा एक चौक में गया। वहां पर थोड़ी देर बैठा! बेचैन था। अपना पहलू बदल रहा था। फिर वह बहुत देर के बाद वह वापस घर के पास आया। दरवाजा खटखटाया। लेकिन मां ने दरवाजा नहीं खोला तो वहीं पर वह रोने लग गया और दरवाजे से अपने आप को उसने चिमटा दिया और वहीं दरवाजे को टेक लगा कर वह सो गया।

उसको नींद लग गई। बहुत देर के बाद बहुत देर के बाद मां को जब कोई काम पड़ा। तो उसने दरवाजा खोला। दरवाजा खोला तो बच्चा वहां सोया हुआ था, लेकिन मां का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था। मां ने उसको फिर उठाया फिर मारा कहां कि तुम मुझे शक्ल क्यूं बताते हो अपनी। 


बच्चे का मां से आजीझी करना

तुम निकल जाओ यहां से! यहां क्यों आए हो? मैं तुम्हारी शक्ल भी देखना नहीं चाहती और उसको उसके बाल पकड़कर उसको और धक्का दे दिया। वह बच्चा दूर जाकर गिरा लेकिन फिर उठा। अपने दामन को झाड़ा और मां से आकर लिपट गया और कहने लगा मां तूने जब मुझे मारा था तो मैंने सोचा कि मैं कहीं चला जाऊंगा। कहीं कुछ खा लूंगा। कहीं रह लूंगा। लेकिन मां तेरी जैसी मोहब्बत मुझे कहां मिलेगी ?

तेरे जैसा खयाल रखने वाला मुझे कौन मिलेगा? मेरी हर छोटी छोटी बातों को हर छोटी छोटी तमन्ना को पूरा करने वाला कौन होगा ? मां मुझे माफ कर दे। मैं कभी गलती नहीं करूंगा। मैं कभी तेरा दिल नहीं दिखाऊंगा। लेकिन मां दरवाजे से मुझे धक्का मत दे।

क्योंकि तेरे दरवाजे के अलावा मेरा कोई दर नहीं है और तेरे जैसा दिल मुझे कहीं नहीं मिलेगा। मां मुझे अपने घर में ले ले। मां मुझे अपने आगोश में ले ले। मां मुझे अपनी गोद में ले ले। मैं तुझसे बिछड़कर कहीं का नहीं रहूंगा। 


Ma ka dil naram hogaya|मां का दिल नरम हो गया

यह सुनकर मां का दिल मोम हो गया और उसको अपने सीने से चिमटा लिया। उसको अपने सीने से लगा लिया और रोने लगी। कहने लगी कि बेटा जब तुझे मालूम है कि तेरा मेरे सिवा कोई नहीं है। तो फिर तू मुझे सताता क्यों है? परेशान क्यों करता है? मेरी नाफरमानी क्यों करता है? जो मैं कहती हूं वह तू क्यों नहीं करता है? तो आज से वादा कर कि जो मैं कहूंगी, तू वैसा ही करेगा, तो मैं कभी तुझे अपने से दूर नहीं करूंगा।

 

Waqia se kya sabak milta hai|वाक्य से क्या सबक मिलता है।

वह जो अल्लाह वाले यह सब देख रहे थे, उनके आंखों से आंसू जारी हो गए। वह रोने लग गए और कहने लगे कि काश बंदे भी अपने रब से अपने पैदा करने वाले से ऐसे ही माफी मांग लें तो वह रब और अल्लाह तो अपने बंदों से 70 माओं से ज्यादा मोहब्बत करता है। वह भी ऐसे ही माफ कर देगा और बंदों को खुदा के दर के अलावा कौन सा दर है?

Note: याद रखें। अल्लाह बंदों से 70 मां से ज्यादा मोहब्बत करता है। सिर्फ हाथ उठाने ही की देर है। गिड़गिड़ाने की बिलबिलाने की देर है। खुदा हमें माफ कर देगा। हमारे मांगने में देर हो जाएगी। लेकिन खुदा के माफ करने में कभी देर नहीं होगी। इसलिए मेरे भाइयो हम चाहे लाख गुनहगार है। लाख नाफरमान है। लेकिन अल्लाहताला की रहमत के आगे वो गुनाह कुछ भी नहीं है। 


Hame toba ki jarurat hai|हमें तौबा की जरूरत है।

बस एक सच्चे दिल से एक आंसू बहाने की देर है। तौबा करने की देर है। रहमते खुदाई जोश में आएगी और हमें अपनी गोद में ले लेगी। अपने आगोश में ले लेगी। 

अल्लाह हम सबको तोबा की तौफीक अता फरमाए। आमीन!

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Assalamualaikum आशा है कि आप खैरियत से होंगे

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